
एनडीआरएफ की टीम मौके से हटी, जीएम ने कहा एनडीआरएफ के नेतृत्व में ही हो रहा रेस्क्यू
धनबाद : बाघमारा के केशरगढ़ा में अवैध खनन के दौरान लगभग दर्जनों शवों के दबे होने की सूचना पर सांसद सी पी चौधरी एवं विधायक सरयू राय ने मामले को गंभीरता से लिया था जिसके बाद एनडीआरएफ के नेतृत्व में शवो को निकालने का प्रयास स्थानीय पुलिस, सीआईएसएफ एवं बीसीसीएल के अधिकारियों के उपस्थिति में शुरू किया गया। लेकिन पहले दिन से ही रेस्क्यू कार्य का रफ्तार धीमा रहा। घटना मंगलवार शाम को हुई थी। बुधवार को सांसद सी पी चौधरी मौके पर पहुंचे तथा बृहस्पतिवार को एनडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जो कि शनिवार को एकदम सुस्त पड़ गया।
मौके से हटी एनडीआरएफ, बीसीसीएल अधिकारियों की निगरानी में होती रही खानापूर्ति
शनिवार को 12 बजे के आसपास पहुंचा तो देखा कि मौके से एनडीआरएफ की पूरी टीम गायब है। जेसीबी बन्द है। पत्रकारों को देख सकते में आये ऑपरेटरों ने बीसीसीएल अधिकारियों से इशारा मिलने के बाद जेसीबी चालू किया। लेकिन रेस्क्यू के नाम पर केवल गाड़ी आगे पीछे होते रहा। फिर जेसीबी को मुहाना के पास से हटाकर वापस ऊपर ले आया गया।
एनडीआरएफ ने रेस्क्यू करने से किया इनकार : सूत्र
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनडीआरफ की टीम ने जेसीबी से कार्य नही कर पाने का हवाला देते हुए रेस्क्यू करने से इनकार कर दिया है। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है ये तो बाद में पता चलेगा।
बीसीसीएल के अधिकारी स्पॉट पर बेपरवाह कर रहे थे आराम
एक तरफ जहां शवों को निकालने की कोशिश की जा रही है वहीं दूसरी ओर शनिवार को घटनास्थल पर बीसीसीएल के कई जिम्मेदार अधिकारी कुर्सी लगाकर आराम फरमाते दिखे। देखकर ऐसा लग ही नहीं रहा था कि वह किसी विशेष अभियान को अंजाम देने के उद्देश्य से पहुंचे हैं। वही एनडीआरएफ की टीम डुमरा गेस्ट हाउस में रुकी हुई थी।
महाप्रबंधक जी सी साहा ने क्या कहा
एरिया 2 के महाप्रबंधक सीसी शाह ने बताया कि एनडीआरएफ के नेतृत्व में ही रेस्क्यू ऑपरेशन कार्य चल रहा है। कुछ काम से कहीं गए होंगे। रेस्क्यू कार्य अभी भी जारी है। वहीं सांसद सी पी चौधरी के द्वारा जीएम के विरुद्ध एसआईटी जांच की मांग किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि करने दीजिए जांच की मांग, कोई दिक्कत नही है।
युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन की बात अब तक खोखला साबित हुई
युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन कार्य होने का दंभ भरने वाले प्रशासन, बीसीसीएल एवं सीआईएसएफ की बात अब तक खोखला साबित हुई है। कार्रवाई के नाम पर चार दिन में केवल कुछ फिट तक गड्ढे किए गए हैं एवं कुछ मलबा हटाए गए हैं। टीम को अब तक कोई भी सफलता हाथ नहीं लग पाया है। ग्रामीणों का कहना है कि कार्रवाई के नाम पर केवल आम लोगों को गुमराह किया जा रहा है और खानापूर्ति की जा रही है। अब किसके बाद में कितनी सच्चाई है यह तो आने वाले समय मे जल्द ही पता चल जाएगा.